गर हो राह में काटे तेरे, पत्थर बरसते हो हर पल
समझ लेना दोस्त मेरे,
नेकी की राह पर चलने लगा है तू इन दिनों...
G.J.
समझ लेना दोस्त मेरे,
नेकी की राह पर चलने लगा है तू इन दिनों...
G.J.
लेबल: दुनिया के रंग
प्रेम के जहाँज पर सवार होकर उड़ने वाली एक लड़की की डायरी।
लेबल: दुनिया के रंग
1 टिप्पणियाँ:
BAHUT KHUB. . . NEKI KI RAHA AASAN NAHI HOTI. . . . . . . JAI HIND JAI BHARAT
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