वजह है हमारी दोस्ती
कैसे परिभाषा दे?
कैसे कोई भाव में व्यक्त करे?
कैसे किसी को समझाएं
या
कैसे बतलाया जाये?
कितनी अच्छी दोस्ती है
या
दोस्ती कितनी अच्छी है?
वजह है
शब्द नहीं हैं...
मजाक उडाना
या इशारों में समझ जाना
चिड़ना
या पलटवार करना
गालियाँ देना
या प्यार दिखलाना
मुश्किल से बचाना
या हर ख़ुशी का हिस्सा बनना
साथ नाचना
या नाचते हुए देखना
पैसे भरना
या जेब खली होने का बहाना करना
सब कुछ
में अपनापन नजर आता है,
वजह है
आपस की
समझ और प्यार.
ख़ुशी में गम,
गम में ख़ुशी का अहसास किया,
मेरी ही दुआओं पर अफ़सोस
किया मैंने
अब कैसे कहदू नहीं जाने को
मन नहीं लगेगा,
या अकेली रह जाउगी?
नहीं कह पाउगी..
वजह है तुम्हारी ऊंचाई..
मान हो तुम मेरा
मेरा अभिमान भी
मेरा गौरव और
मेरा सम्मान भी
वजह है
तुम्हारी कामयाबी
राह एक नयी शुरू होगी
सफ़र एक नया तय करना है
एक नए युद्ध का आरंभ है
जाओ
और नाम कमाओ
धन, बुधि, एश्वर्या से
परिपूर्ण हो जाओ
है विश्वास भी
कामना भी है
मेरी कामना,
और मेरा विश्वास भी है.
वजह है हमारी दोस्ती
कैसे कोई भाव में व्यक्त करे?
कैसे किसी को समझाएं
या
कैसे बतलाया जाये?
कितनी अच्छी दोस्ती है
या
दोस्ती कितनी अच्छी है?
वजह है
शब्द नहीं हैं...
मजाक उडाना
या इशारों में समझ जाना
चिड़ना
या पलटवार करना
गालियाँ देना
या प्यार दिखलाना
मुश्किल से बचाना
या हर ख़ुशी का हिस्सा बनना
साथ नाचना
या नाचते हुए देखना
पैसे भरना
या जेब खली होने का बहाना करना
सब कुछ
में अपनापन नजर आता है,
वजह है
आपस की
समझ और प्यार.
ख़ुशी में गम,
गम में ख़ुशी का अहसास किया,
मेरी ही दुआओं पर अफ़सोस
किया मैंने
अब कैसे कहदू नहीं जाने को
मन नहीं लगेगा,
या अकेली रह जाउगी?
नहीं कह पाउगी..
वजह है तुम्हारी ऊंचाई..
मान हो तुम मेरा
मेरा अभिमान भी
मेरा गौरव और
मेरा सम्मान भी
वजह है
तुम्हारी कामयाबी
राह एक नयी शुरू होगी
सफ़र एक नया तय करना है
एक नए युद्ध का आरंभ है
जाओ
और नाम कमाओ
धन, बुधि, एश्वर्या से
परिपूर्ण हो जाओ
है विश्वास भी
कामना भी है
मेरी कामना,
और मेरा विश्वास भी है.
वजह है हमारी दोस्ती
लेबल: मेरी कविता
2 टिप्पणियाँ:
बहुत ही खुबसुरत........दोस्ती की इक नयी परिभाषा दी आपने.........बेहत सुंदर और सार्थक अभिव्यक्ति।
दोस्ती के जज्बे को नई ऊंचाईयां दे रही है आपकी यह सार्थक प्रस्तुति.
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