शनिवार, जून 4

जियो जब तक जिन्दा हो,
न मुर्दों की तरह रहो तुम,

अर्ज किया है"गुंजन" ,
कि राह में वाले पत्थर से भी
हम तो घर बना लिया करते हैं!!!!
G.J.

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