कह दो अपनी सरहदों से,
रोकें ना वो मेरी रूह को।।
उसका आना तुम्हारे पास,
तय है,
सृष्टी के निर्माण के जैसे।।
लेबल: दुनिया के रंग
प्रेम के जहाँज पर सवार होकर उड़ने वाली एक लड़की की डायरी।
कह दो अपनी सरहदों से,
रोकें ना वो मेरी रूह को।।
उसका आना तुम्हारे पास,
तय है,
सृष्टी के निर्माण के जैसे।।
लेबल: दुनिया के रंग
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें
सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें [Atom]
<< मुख्यपृष्ठ